google-site-verification=2zXzKLUwwtlD61F24oxt2OXu1ON3Ro5W2jJlv4EHQT8 संसद में पारित होने के करीब 51 महीने बाद 11 मार्च 2024 को पारित हुआ- CAA- Citizenship Amendment Act (नागरिक संशोधन अधिनियम)

संसद में पारित होने के करीब 51 महीने बाद 11 मार्च 2024 को पारित हुआ- CAA- Citizenship Amendment Act (नागरिक संशोधन अधिनियम)

चलिए जानते हैं क्या है सी ए ए- नागरिकता संशोधन विधेयक से अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई अवैध प्रवासियों को नागरिकता के लिए पात्र बनाने के लिए नागरिकता अधिनियम, 1955 में संशोधन किया गया है।

नागरिकता अधिनियम, 1955 यह बताता है कि कौन भारतीय नागरिकता प्राप्त कर सकता है और किस आधार पर। कोई व्यक्ति भारतीय नागरिक बन सकता है यदि उसका जन्म भारत में हुआ हो या उसके माता-पिता भारतीय हों या कुछ समय से देश में रह रहे हों, आदि। हालांकि, अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने से प्रतिबंधित किया गया है। अवैध प्रवासी वह विदेशी होता है जो: 1. पासपोर्ट और वीजा जैसे वैध यात्रा दस्तावेजों के बिना देश में प्रवेश करता है, या 2 वैध दस्तावेजों के साथ प्रवेश करता है, लेकिन अनुमत समय अवधि से अधिक समय तक रहता है।

विदेशी अधिनियम, 1946 और पासपोर्ट अधिनियम, 1920 के अनुसार अवैध प्रवासियों को कैद या निर्वासित किया जा सकता है। 1946 और 1920 अधिनियम केंद्र सरकार को भारत के भीतर विदेशियों के प्रवेश, निकास और निवास को विनियमित करने का अधिकार देते हैं। 2015 और 2016 में, केंद्र सरकार ने अवैध प्रवासियों के कुछ समूहों को 1946 और 1920 अधिनियमों के प्रावधानों से छूट देते हुए दो अधिसूचनाएं जारी की थीं। ये समूह अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई हैं, जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आए थे। इसका मतलब यह है कि अवैध प्रवासियों के इन समूहों को निर्वासित नहीं किया जाएगा। 

नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) , भारत के तीन पड़ोसी देशों से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए शरणार्थियों को भारत की नागरिकता का अधिकार देने का कानून है। नागरिकता संशोधन कानून के सन्दर्भ में कई गलतफहमियां फैली थीं। यह नागरिकता देने का कानून है, CAA से किसी भी भारतीय नागरिक के नागरिकता नहीं जाएगी, चाहे वह किसी भी धर्म का हो। यह कानून केवल उन लोगों के लिए है जिन्हें वर्षों से उत्पीड़न सहना पड़ा और जिनके पास दुनिया में भारत के अलावा और कोई जगह नहीं है।

यह कानून लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ ही हफ्तों पहले लागू किया गया है! सी ए ए भारतीय जनता पार्टी के मुख्य वादों में से एक है! कानून को लेकर के मुस्लिम समाज में एक नाखुशी का इजहार किया गया है, कुछ मुस्लिम संगठन इस कानून को लेकर अपनी पिटिशन सुप्रीम कोर्ट में दर्ज करा चूके हैं!

CAA लागू होने के बाद विदेशी मीडिया (foreign media) ने भी काफी प्रक्रिया दी है.

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